कलेक्टर ने ली निर्वाचन से सम्बन्धित नोडल अधिकारियों की बैठक
कलेक्टर ने कहा विधानसभा चुनाव की सभी तैयारियां रिटर्निंग अधिकारी एवं नोडल अधिकारी पूरी गंभीरता से करें

उज्जैन । कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव-2023 की तैयारियां सभी रिटर्निंग अधिकारी एवं नोडल अधिकारी पूरी गंभीरता से करें। सभी रिटर्निंग अधिकारी एवं नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वे सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन पूरी गंभीरता से करें। चुनाव आयोग द्वारा जो निर्देश एवं नियम बनाये गये हैं, उन निर्देशों का पूरी गंभीरता से पालन कर अध्ययन अनिवार्य रूप से करें। कलेक्टर ने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने अधीनस्थ अधिकारी एवं कर्मचारियों की बैठक कर लें एवं उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दे दें। उन्होंने रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे प्रति सप्ताह फार्म-6 व 7 की जानकारी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों को देना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि चुनाव सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिये ट्रेनिंग एक महत्वपूर्ण पार्ट है, इसलिये सभी रिटर्निंग अधिकारी एवं नोडल अधिकारी अपने अधीनस्थों की ट्रेनिंग कराते रहें। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि निर्वाचन के दौरान राजनैतिक दलों से प्राप्त शिकायतों का निराकरण समय-सीमा में जांच कर अनिवार्य रूप से कराया जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि निर्वाचन के दौरान बनाये जाने वाले सारे कंट्रोल रूम एक ही स्थान पर बनाये जायेंगे। इससे कंट्रोल रूम का निरीक्षण करना और कंट्रोल रूम की सुरक्षा आसान रहेगी। उन्होंने बताया कि इलेक्शन का कंट्रोल रूम एवं शिकायत का कंट्रोल रूम चौबीस घंटे सक्रिय रहेगा। बैठक में कलेक्टर ने अवगत कराया कि मतदान दलों को सामग्री वितरण एवं प्राप्ति की व्यवस्था इंजीनियरिंग कॉलेज से की जायेगी। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार इस बार 50 प्रतिशत मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग होनी है। इसके लिये भी तैयारी करने के निर्देश उन्होंने दिये। स्वीप प्लान के अन्तर्गत बताया गया कि 4 सितम्बर को मतदान के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। 11 सितम्बर को महिला सम्मेलन एवं 14 सितम्बर को रैली निकाल कर घर-घर सम्पर्क कर लोगों को मतदान के लिये जागरूक किया जायेगा।
कलेक्टर ने सभी रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे तत्काल उन मतदान केन्द्रों का भ्रमण करें, जहां गत चुनाव में मतदान का प्रतिशत कम था। साथ ही ऐसे मतदान केन्द्र भी विशेषतौर पर देखें, जहां महिला मतदान का प्रतिशत पुरूषों से कम था। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इन मतदान केन्द्र के अन्तर्गत आने वाले क्षेत्रों में स्वीप की गतिविधियां सक्रिय रूप से आयोजित की जायें और आम जनता को मतदान के लिये प्रेरित किया जाये। उन्होंने वल्नरेबलिटी मेपिंग एवं क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर विशेष ध्यान केन्रिवित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एडीएम एवं एएसपी एक बार नॉमिनेशन सेन्टर का भी भ्रमण अनिवार्य रूप से कर लें।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बैठक में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था, पेट्रोल पम्प के अधिग्रहण, चुनाव के दौरान लगने वाले वाहनों के किराये, वेबकास्टिंग, सीसीटीवी कैमरे, कम्युनिकेशन प्लान, स्ट्रांग रूम, विधानसभावार ईवीएम का केलकुलेशन, बैलेट पेपर, वीवीपेट मशीन, ईवीएम मैनेजमेंट, एसएसटी के गठन, सामग्री वितरण व्यवस्था, वीडियोग्राफी, जीपीएस सिस्टम, लाइजनिंग अधिकारी के कार्य, निर्वाचन के दौरान वीडियो एवं फोटोग्राफी, टेबुलेशन, हैल्थ मैनेजमेंट, सामग्री वितरण एवं वापसी के दौरान इंट्री पास व्यवस्था से सम्बन्धित जानकारी ली एवं आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर ने सभी रिटर्निंग अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे 80 वर्ष से ऊपर के एवं दिव्यांग मतदाता जो घर पर रहकर मतदान करना चाहते हैं, उसकी जानकारी से अवगत रहें। उन्होंने निर्देश दिये कि 80 वर्ष से ऊपर के एवं दिव्यांग मतदाता जब घर पर रहकर मतदान करेंगे तब अनिवार्य रूप से राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेन्ट मौजूद रहें। कलेक्टर ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि मतदाता सूची में मृत लोगों के एवं अन्य जिले में स्थानांतरित लोगों के नाम न रहे। कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि वे मतदान दलों के लिये मेडिकल किट बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मतदान दलों के रहने एवं उनके भोजन की व्यवस्था मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत एवं रिटर्निंग अधिकारी करेंगे। बैठक में जिला पंचायत सीईओ अजयदेव शर्मा, अपर कलेक्टर मृणाल मीना, आयुक्त नगर निगम रोशन कुमार सिंह, उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेन्द्र सिंह कवचे एवं सभी नोडल अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सभी रिटर्निंग अधिकारी ऑनलाइन मौजूद थे।